शिकायत पत्र के साथ पीड़िता प्रेमा देवी। |
पीड़ित जगतपाल पुत्र बुद्धा व राजेश पुत्र त्रिलोकी ने 9 अप्रैल 2025 को डीएम कार्यालय में ज्ञापन देकर शिकायत की थी कि टिकैतगंज गांव के बाहर 40 साल पहले उन्हें मिली पट्टे की जमीन पर वे वर्षों से काबिज हैं। 21 मार्च को खपरा मुस्लिम गांव निवासी रईस, कलीम और नसीम जेसीबी लेकर आए और खेत की मेड़ काटकर जबरन पिलर गाड़ दिए।
विरोध करने पर पीड़ितों के साथ मारपीट व जातिसूचक गालीगलौज की गई और जान से मारने की धमकी दी गई। पीड़ितों ने थाना हसनगंज, एसडीएम और एसपी से लेकर कई जगह शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
अब वायरल वीडियो में आरोप
पीड़िता का अब एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि विधायक बृजेश रावत ने पांच लाख रुपये लेकर आरोपियों की मदद की और पुलिस-प्रशासन को कार्रवाई से रोका। वायरल वीडियो ने पूरे मामले को फिर गरमा दिया है।
देखे वीडियो।
विधायक बोले: साजिश है
विधायक बृजेश रावत ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि, "यह सब मुझे बदनाम करने की साजिश है। न मैं आरोप लगाने वाली महिला को जानता हूं और न ही आरोपियों से मेरा कोई लेना-देना है।"
एसडीएम का बयान
एसडीएम प्रज्ञा पांडेय ने कहा, "यह मामला मेरे कार्यभार ग्रहण करने से पहले का है। वायरल वीडियो व नए प्रार्थना पत्र के आधार पर जांच कराई जाएगी और तथ्य सामने आने पर कार्रवाई होगी।”