"उन्नाव कचहरी में वादी पक्ष पर हमला: अधिवक्ता समेत आठ पर एफआईआर, CCTV फुटेज से होगी हमलावरों की पहचान"


उन्नाव

उन्नाव की जिला कचहरी में उस समय अफरातफरी मच गई जब एक मुकदमे की सुनवाई के दौरान वादी पक्ष के तीन लोगों पर अचानक हमला कर दिया गया। यह हमला किसी बाहरी तत्व द्वारा नहीं, बल्कि अदालत में पहले से मौजूद प्रतिवादी पक्ष के अधिवक्ता और उसके साथियों द्वारा किया गया, जिसने न केवल कचहरी परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए, बल्कि वकालत जैसे जिम्मेदार पेशे पर भी एक बदनुमा दाग लगा दिया है। पीड़ितों की पहचान मसवासी थाना क्षेत्र के रहने वाले रितेश कुमार, अल्केश और रूबी के रूप में हुई है, जो अपने मुकदमे की तारीख पर कचहरी आए थे। इन तीनों को उस समय निशाना बनाया गया जब वे सुनवाई के इंतजार में परिसर में मौजूद थे। बताया जा रहा है कि प्रतिवादी पक्ष के वकील, जिनकी पहचान आशीष के रूप में हुई है, आवास विकास थाना दही क्षेत्र के निवासी हैं। उनके साथ करीब 8 अन्य लोग भी थे, जिनके साथ मिलकर उन्होंने वादी पक्ष पर हमला किया।

मामले की शुरुआत उस समय हुई जब वकील आशीष और उनके साथी वादी पक्ष पर मुकदमे में सुलह करने के लिए दबाव बनाने लगे। बातचीत के दौरान दोनों पक्षों में तीखी बहस हो गई, और जब वादी पक्ष ने समझौते से इनकार किया, तो मामला हिंसक रूप ले बैठा। आरोप है कि अधिवक्ता आशीष और उसके साथियों ने मिलकर वादी पक्ष की न सिर्फ गाली-गलौज की, बल्कि शारीरिक रूप से भी हमला कर दिया। कचहरी परिसर में इस प्रकार की खुली गुंडागर्दी से वहां मौजूद आम नागरिकों, अधिवक्ताओं और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। कई लोगों ने तुरंत बीच-बचाव किया और हमलावरों को किसी तरह हटाया गया, लेकिन तब तक वादी पक्ष के तीनों व्यक्ति घायल हो चुके थे।

घटना की सूचना मिलने पर कोतवाली सदर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। डॉक्टरों की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि घायलों को मामूली चोटें आई हैं, हालांकि घटना की गंभीरता को देखते हुए इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। पुलिस ने वकील आशीष और उसके आठ अज्ञात साथियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि कोर्ट परिसर में इस तरह की हिंसा को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए पुलिस अब कचहरी परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है, ताकि इस पूरी घटना की सटीक तस्वीर सामने लाई जा सके और हमलावरों की पहचान की जा सके।

यह घटना सिर्फ एक हमले की नहीं, बल्कि न्याय व्यवस्था में लोगों के विश्वास को चोट पहुंचाने वाली घटना है। कचहरी जैसे पवित्र स्थल, जहां न्याय की उम्मीद लेकर लोग आते हैं, वहां इस प्रकार की हिंसा की घटना पूरी वकालत व्यवस्था को कठघरे में खड़ा करती है। अधिवक्ताओं का काम न्याय में सहायक बनना होता है, न कि खुद कानून को हाथ में लेकर किसी पर हमला करना। 

इस मामले ने पूरे जिले के अधिवक्ताओं और आम जनता को झकझोर कर रख दिया है। अब देखना होगा कि पुलिस प्रशासन इस मामले में कितनी तत्परता और निष्पक्षता से कार्रवाई करता है, क्योंकि अगर कोर्ट परिसर में ही लोग असुरक्षित महसूस करने लगें, तो यह कानून के शासन के लिए एक गंभीर चेतावनी है।

#unnaonews


📞 हमसे संपर्क करें:
आपके पास कोई खबर, सुझाव या शिकायत है? तो हमसे जुड़िए – आपकी बात हमारे लिए महत्वपूर्ण है।
📧 ईमेल: sonofunnao@gmail.com
📱 फोन: +91-9044000032
💬 हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: https://chat.whatsapp.com/H4qfujCjmpIIb7SsuTWcI7
📝 खबर भेजिए, आवाज़ बनिए – क्योंकि आपकी बात मायने रखती है।

Post a Comment

Previous Post Next Post