ʺउन्नाव में कृषि विभाग की बड़ी कार्रवाई: निरंकारी खाद भंडार में नकली कीटनाशक पैकिंग का खुलासा, गोदाम सील, जांच जारीʺ

उन्नाव 

उन्नाव जनपद के भतावा गांव में स्थित निरंकारी खाद भंडार पर कृषि विभाग ने शनिवार को बड़ी और चौंकाने वाली कार्रवाई की। इस खाद भंडार में अवैध रूप से कीटनाशकों की पैकिंग की जा रही थी, जिसकी गुप्त सूचना मिलने पर जिला कृषि रक्षा अधिकारी शशांक चौधरी के नेतृत्व में एक टीम ने अचानक छापा मारा। यह छापा कृषि विभाग की ओर से चलाए जा रहे विशेष अभियान के अंतर्गत किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य किसानों को नकली खाद और कीटनाशकों से बचाना है। जैसे ही टीम गोदाम परिसर में पहुंची, वहां के दृश्य ने अधिकारियों को चौंका दिया।

निरीक्षण के दौरान गोदाम में बड़ी मात्रा में खुले बोरे में संदिग्ध कीटनाशक रसायन पाए गए, जो बिना किसी प्रमाण या कंपनी लेबल के थे। इसके अलावा वहां विभिन्न कंपनियों के बीजों के खाली पैकेट, कीटनाशकों की डिब्बियां, गत्ते और अन्य पैकिंग सामग्री भी पाई गईं। स्पष्ट था कि यह गोदाम नकली या खुले रसायनों की अवैध पैकिंग और संभवतः बिक्री का केंद्र बन चुका था। जो कर्मचारी मौके पर मौजूद थे, उनमें से कोई भी व्यक्ति वैध लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन से संबंधित कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा पाया, जिससे यह साफ हो गया कि यह पूरी प्रक्रिया नियमों और कानूनों की खुली अवहेलना थी।

इस कार्रवाई में जब्त की गई सामग्री को कृषि विभाग ने अपने कब्जे में लेकर वहां से कई नमूने भी एकत्र किए। इन सभी नमूनों को विश्लेषण और पुष्टि के लिए अधिकृत कृषि प्रयोगशालाओं में भेजा गया है। अधिकारी शशांक चौधरी ने स्पष्ट रूप से कहा कि प्रारंभिक दृष्टिकोण में यह सामग्री पूरी तरह से संदिग्ध लग रही है और जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस पर ठोस और विधिक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों तक भी जांच का दायरा बढ़ाया जाए।

गंभीर अनियमितताओं और कानून का स्पष्ट उल्लंघन देखते हुए कृषि विभाग ने तुरंत प्रभाव से निरंकारी खाद भंडार के इस गोदाम को सील कर दिया। गोदाम के मालिक राहुल प्रसाद पुत्र बाबूलाल, जिनके नाम से लाइसेंस रजिस्टर्ड था, उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इस प्रकार के मामलों में भारतीय उर्वरक नियंत्रण आदेश और कीटनाशी अधिनियम के तहत सख्त सजा का प्रावधान है, जिसके अनुसार दोष सिद्ध होने पर भारी जुर्माना और कारावास तक हो सकता है।

इस पूरी कार्रवाई के बाद जिले भर में हड़कंप मच गया है, खासकर खाद-बीज और रसायनों से जुड़े कारोबारियों में। कृषि विभाग ने साफ किया है कि इस प्रकार के अवैध कारोबार से किसान सीधे तौर पर प्रभावित होते हैं। नकली या मिलावटी कीटनाशक फसल को नुकसान पहुंचा सकते हैं, मिट्टी की उर्वरता को खराब कर सकते हैं और लंबे समय में पर्यावरण को भी हानि पहुंचाते हैं। यही वजह है कि विभाग इस अभियान को बेहद गंभीरता से ले रहा है और भविष्य में ऐसी और भी छापेमारियां जारी रहेंगी।

कृषि विभाग ने जिले के सभी किसानों से भी अपील की है कि वे खाद, बीज और कीटनाशकों की खरीद अधिकृत और पंजीकृत विक्रेताओं से ही करें तथा किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल कृषि विभाग को दें। इससे नकली सामानों के प्रसार पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सकेगा और किसानों के हितों की रक्षा की जा सकेगी। यह कार्रवाई उन तमाम मामलों के लिए एक चेतावनी है जो गुप्त रूप से ऐसे खतरनाक और गैरकानूनी कामों में लगे हैं। किसानों की आजीविका और भविष्य के साथ इस प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन भी सतर्क हो गया है और कृषि विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि वह जिले के सभी खाद भंडारों और कीटनाशक विक्रेताओं की सघन जांच करे। आने वाले दिनों में और भी खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है। फिलहाल गोदाम सील कर दिया गया है और कानूनी प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है।

#unnao


📞 हमसे संपर्क करें:
आपके पास कोई खबर, सुझाव या शिकायत है? तो हमसे जुड़िए – आपकी बात हमारे लिए महत्वपूर्ण है।
📧 ईमेल: sonofunnao@gmail.com
📱 फोन: +91-9044000032
💬 हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: https://chat.whatsapp.com/H4qfujCjmpIIb7SsuTWcI7
📝 खबर भेजिए, आवाज़ बनिए – क्योंकि आपकी बात मायने रखती है।

Post a Comment

Previous Post Next Post