खेत बने गड्ढे, मिट्टी बिक रही पूरे क्षेत्र में – प्रशासन मौन, माफिया मस्त
हसनगंज (उन्नाव)।
उन्नाव जनपद की तहसील हसनगंज के ग्राम बाल्हेमऊ में DRDO वर्क ऑर्डर की आड़ में व्यापक अवैध मिट्टी खनन और बिक्री का खुला खेल चल रहा है।
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) के दिशा-निर्देश और खनन नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ रही हैं, लेकिन तहसील प्रशासन, लेखपाल और खनन विभाग पूरी तरह चुप हैं।
DRDO के नाम पर सिर्फ छल, पूरे क्षेत्र में बिक रही मिट्टी
सूत्रों की मानें तो DRDO को कुछ निर्माण कार्यों हेतु मिट्टी सप्लाई के लिए वर्क ऑर्डर जारी हुआ था।
लेकिन वर्क ऑर्डर की शर्तों के खिलाफ जाकर मिट्टी पूरे इलाके में बुलाई और बेची जा रही है।
➡️ मिट्टी केवल DRDO परिसर में गिरनी थी,
➡️ मगर ट्रैक्टर-डंपर से इसे गांवों, साइटों और प्राइवेट ठेकेदारों को बड़े पैमाने पर बेचा जा रहा है।
यह नियमों का खुला उल्लंघन है, जिसे प्रशासन की मौन स्वीकृति मिली हुई प्रतीत होती है।
उपजाऊ खेत बने मौत के गड्ढे
खनन से खेतों में बने गहरे गड्ढे बारिश में जानलेवा साबित हो सकते हैं।
- खेती चौपट हो गई है।
- बच्चों और मवेशियों की जान को खतरा है।
- ग्रामीण महिलाएं बच्चों को स्कूल भेजने से डरती हैं।
– गांव बना डंपर हाईवे
- दिन-रात गांव में डंपर और ट्रैक्टर-ट्रॉली दौड़ रही हैं।
- रमेश, ग्रामवासी बोले – “गांव जैसे हाईवे बन गया है।”
- गीता देवी – “रास्ते चलने लायक नहीं, बच्चों को लेकर हर वक्त डर बना रहता है।”
शिकायतों पर पर्दा, मिलीभगत के आरोप
ग्रामीणों ने कई बार तहसील, लेखपाल और खनन विभाग से शिकायत की, लेकिन
✅ कोई कार्रवाई नहीं हुई
✅ खनन आज भी जारी है
➡️ लोग अब अधिकारियों पर माफियाओं से मिलीभगत का आरोप लगाने लगे हैं।
ग्रामीणों की चेतावनी – सड़क पर उतरेंगे
अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
उनकी मांग है कि:
- अवैध खनन पर तत्काल रोक लगे
- DRDO वर्क ऑर्डर की शर्तों की जांच हो
- जिम्मेदार अधिकारियों और माफियाओं पर सख्त कार्यवाही हो
बड़े सवाल
- DRDO के नाम पर हो रही मिट्टी की खुली बिक्री का जिम्मेदार कौन?
- क्या प्रशासन जानबूझकर आंखें मूंदे बैठा है?
- क्या अधिकारियों पर कार्रवाई होगी या मामला फिर दबा दिया जाएगा?
रिपोर्ट: [sonofunnao.com] | लोकेशन: बाल्हेमऊ, हसनगंज (उन्नाव)