उन्नाव (सदर तहसील)।
उन्नाव जनपद के सदर तहसील क्षेत्र अंतर्गत सहजनी गांव में खनन माफियाओं की मनमानी अपने चरम पर है। यहां माफियाओं ने रेलवे लाइन से सटी ज़मीन पर धड़ल्ले से अवैध खनन कर डाला है, जिससे अब ट्रैक के टूटने और जानमाल के नुकसान का गंभीर खतरा मंडरा रहा है। हैरानी की बात यह है कि पूरे मामले की जानकारी लेखपाल सहित संबंधित विभागों को होने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
रेलवे ट्रैक के पास खुदाई से सुरक्षा पर सवाल
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि खनन माफियाओं ने नियमों को ताक पर रखकर गहरी खुदाई कर दी है। खुदाई की जगह रेलवे ट्रैक से महज़ कुछ मीटर की दूरी पर है। बरसात के मौसम में मिट्टी खिसकने और ट्रैक के धंसने की पूरी आशंका है। यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो कोई बड़ा रेल हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता।
लेखपाल को जानकारी, फिर भी खामोशी
ग्रामीणों के अनुसार, लेखपाल ने मौके पर जाकर स्थिति देखी थी। इसके बावजूद न तो राजस्व विभाग ने कोई रोक लगाई और न ही खनन विभाग ने कार्यवाही की। इससे साफ़ है कि मामले में अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध है या फिर जानबूझकर माफियाओं को संरक्षण दिया जा रहा है।
प्रशासनिक चुप्पी सवालों के घेरे में
प्रशासन की चुप्पी को लेकर आम जनता में रोष है। लोगों का कहना है कि जब तक कोई बड़ा हादसा नहीं होगा, तब तक अधिकारी आंखें मूंदे रहेंगे। ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से मांग की है कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और माफियाओं के साथ-साथ लापरवाह अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो।
ग्रामीणों की मांग
- अविलंब अवैध खनन पर रोक लगे
- रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के लिए तत्काल मिट्टी भराव कराया जाए
- माफियाओं और मिलीभगत करने वाले अफसरों पर एफआईआर हो
- भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए स्थायी निगरानी व्यवस्था बने
यह मामला न सिर्फ स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाता है, बल्कि रेलवे जैसी राष्ट्रीय संपत्ति की सुरक्षा से भी खिलवाड़ है।