बहराइच | उत्तरप्रदेश
उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संभावित दौरे से पहले भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद होने से जिले में हड़कंप मच गया है। दो वाहनों में लदी सैकड़ों किलो विस्फोटक सामग्री मिलने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 36 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। प्राथमिक जांच में ये सभी बंगाल मूल के बताए जा रहे हैं।
CM के दौरे से पहले सुरक्षा पर सवाल
विस्फोटक सामग्री बरामद होने की जानकारी मिलते ही इलाके के भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह मौके पर पहुंचे और अधिकारियों पर नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा कि
"जब जिले में मुख्यमंत्री का आगमन तय है, ऐसे समय में विस्फोटकों की बरामदगी एक बड़ी सुरक्षा चूक है। मैं मांग करता हूं कि जब तक इस मामले की पूरी जांच न हो जाए, तब तक मुख्यमंत्री का दौरा स्थगित किया जाए।"
तेल खोज परियोजना के नाम पर गड़बड़ी?
सूत्रों के अनुसार, अल्फा जिओ लिमिटेड पेट्रोलियम कंपनी द्वारा जिले में डीजल-पेट्रोल की तलाश के लिए जमीन में विस्फोटक डालकर ड्रिलिंग की जा रही थी। लेकिन प्रशासन को इसकी पूर्व सूचना नहीं दी गई, जो कि सुरक्षा मानकों का सीधा उल्लंघन है।
गांव में बिना इजाज़त ड्रिलिंग, ग्रामीणों में आक्रोश
इलाके के ग्राम प्रधान ने बताया कि कंपनी ने ग्रामवासियों या प्रशासन को सूचित किए बिना खेतों में ड्रिलिंग कर भारी मात्रा में विस्फोटक डाला, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश और दहशत का माहौल बन गया। ग्रामीणों ने कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
कंपनी ने मानी चूक, ADMs ने दी जानकारी
इस मामले पर कंपनी के एरिया मैनेजर कुलदीप शर्मा ने सफाई देते हुए कहा:
"हमसे प्रशासन को पहले जानकारी न देने की चूक हुई है। हम भविष्य में ऐसे काम पूरी प्रक्रिया के तहत करेंगे।"
वहीं मामले पर अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव ने कहा:
"कंपनी द्वारा स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) का पालन नहीं किया गया। सूचना मिलते ही राजस्व और पुलिस विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं और स्थिति को काबू में किया गया। बॉम्ब स्क्वॉड को जांच के लिए बुलाया गया है। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।"
पुलिस छावनी में तब्दील हुआ इलाका
घटना के बाद पूरे इलाके को पुलिस छावनी में बदल दिया गया है। PAC और पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं। विस्फोटक सामग्री को सीज कर दिया गया है, और कंपनी व जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की तैयारी की जा रही है।
यह मामला अब जिला प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की प्राथमिकता पर है, क्योंकि मुख्यमंत्री का संभावित दौरा बेहद नज़दीक है। इस घटना ने न सिर्फ सुरक्षा तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं बल्कि उद्योगों द्वारा बरती जा रही लापरवाही को भी उजागर कर दिया है।