प्रतीकात्मक चित्र मिट्टी के नाम पर गांव में लूट मची है, खेतों की जगह गड्ढे, और गांव की गलियों में डंपरों की दहाड़। प्रशासन चुप है, माफिया मस्त।
लोकेशन: बाल्हेमऊ, हसनगंज (उन्नाव) | रिपोर्ट: [sonofunnao.com]
उन्नाव जनपद की तहसील हसनगंज के ग्राम बाल्हेमऊ में एक सरकारी वर्क ऑर्डर की आड़ में अवैध मिट्टी खनन और खुलेआम बिक्री का गोरखधंधा चल रहा है। प्रशासन, लेखपाल और खनन विभाग की चुप्पी से माफिया बेलगाम हैं। खेत खोदे जा रहे हैं, गांव डंपर रूट में तब्दील हो गया है और ग्रामीणों की नींद हराम है।
वर्क ऑर्डर के नाम पर छल – मिट्टी की हो रही खुली बिक्री
सूत्रों के अनुसार एक निर्माण कार्य हेतु सीमित मात्रा में मिट्टी आपूर्ति के लिए वर्क ऑर्डर जारी किया गया था।
लेकिन:
- वर्क ऑर्डर की शर्तों की धज्जियां उड़ाते हुए मिट्टी केवल निर्धारित स्थल तक सीमित न रहकर गांवों, निजी साइटों और ठेकेदारों को बेची जा रही है।
- यह सब प्रशासन की मौन स्वीकृति और मिलीभगत के शक को गहरा करता है।
अनुमति केवल नाम की – अन्य गाटों में भी खनन
- जिन खेतों (गाटा संख्या) की परमिशन है, वहां से अलग भी अन्य उपजाऊ जमीनों पर खनन किया जा रहा है।
- कृषकों की फसलें चौपट हो रही हैं, और बारिश में गहरे गड्ढे जानलेवा बन सकते हैं।
- ग्रामीणों का आरोप है कि “माफिया नियम तोड़ रहे हैं और अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं।”
खेत बने खतरनाक खड्ड – जीवन संकट में
- खेती लायक उपजाऊ जमीनें खत्म होती जा रही हैं।
- बच्चों, मवेशियों और ग्रामीणों की जान पर खतरा मंडरा रहा है।
- महिलाएं बच्चों को स्कूल भेजने में डर महसूस कर रही हैं।
गांव बना डंपर हाईवे – रात दिन ट्रैफिक से हलकान
- डंपर-ट्रैक्टर का दिन-रात आवागमन गांव को जैसे हाईवे बना रहा है।
- धूल, शोर और हादसों का खतरा ग्रामीणों की दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है।
रमेश (ग्रामवासी): “गांव में चैन नहीं बचा, ये माफिया गांव में तबाही ले आए हैं।”
गीता देवी: “बच्चे स्कूल जाते हैं तो डर लगता है, रास्ता चलने लायक नहीं।”शिकायतें दबी, अफसर खामोश – मिलीभगत के आरोप
- ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन, लेखपाल और खनन विभाग से कई बार शिकायत की।
- नतीजा – न जांच, न कार्रवाई।
- खनन बदस्तूर जारी है।
- अब ग्रामीण जिम्मेदार अधिकारियों पर माफियाओं से सांठगांठ का आरोप लगाने लगे हैं।
ग्रामीणों की चेतावनी – आंदोलन तय
- ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर खनन नहीं रुका तो वे सड़क पर उतरेंगे।
- मांगें:
- अवैध खनन पर तत्काल रोक लगे।
- वर्क ऑर्डर की शर्तों की जांच हो।
- दोषी माफियाओं और अफसरों पर कार्यवाही हो।
बड़े सवाल – जवाब कौन देगा?
- वर्क ऑर्डर के नाम पर मिट्टी की खुलेआम बिक्री का मुख्य जिम्मेदार कौन?
- क्या यह सब प्रशासन की मौन स्वीकृति से हो रहा है?
- क्या अफसरों पर कार्रवाई होगी या मामला रफा-दफा हो जाएगा?
क्या आपके गांव में भी हो रहा ऐसा खनन?
हमें बताएं – सबूत भेजें, आपकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
📩 Contact: [sonofunnao@gmail.com / 9044000032–WhatsApp]
Tags:
उत्तरप्रदेश