कानपुर (उत्तर प्रदेश), 27 मई 2025 — उत्तर प्रदेश के सबसे व्यस्त और आधुनिक हाईवे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर आज सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया, जिसने दर्जनों यात्रियों की सुबह को दहशत में बदल दिया।
घटना तब हुई जब दिल्ली से गोंडा जा रही एक निजी बस को पीछे से आ रही दूसरी यात्री बस ने ज़ोरदार टक्कर मार दी। हादसे में करीब 25 लोग घायल हो गए, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के अनुसार, पीछे से आ रही बस के चालक को नींद की झपकी लग गई थी। इससे बस का नियंत्रण छूट गया और वह आगे चल रही बस से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि एक बस पलट गई, जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। चश्मदीदों ने बताया कि बस पलटते ही जोरदार चीख-पुकार मच गई और कई लोग सीटों में फंस गए।
तत्काल राहत और बचाव कार्य
घटना की सूचना मिलते ही आरौल थाने की पुलिस और हाईवे पेट्रोलिंग टीम मौके पर पहुंची।
- हल्के घायलों को नजदीकी बिल्हौर CHC भेजा गया है।
- जबकि गंभीर घायलों को बेहतर इलाज के लिए हैलट अस्पताल, कानपुर रेफर किया गया है।
- एक्सप्रेसवे पर जाम न लगे, इसके लिए क्रेन के ज़रिए क्षतिग्रस्त बसों को हटाने का कार्य तेजी से किया गया।
यात्रियों का हाल और सुरक्षा चिंताएं
घायलों में कई यात्री परिवार सहित सफर कर रहे थे। हादसे के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने तेज़ रफ्तार, ड्राइवरों की थकावट और नींद जैसी समस्याओं को लेकर सवाल उठाए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि हाईवे पर गाड़ी चलाते समय सतर्कता की कमी और लगातार ड्राइविंग दुर्घटनाओं की बड़ी वजह बन रही है।
क्या कहता है प्रशासन?
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि बस ड्राइवर को पर्याप्त विश्राम नहीं मिला था। पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है और दोनों बस चालकों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
निष्कर्ष: जागरूक रहें, सुरक्षित रहें
इस हादसे ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि सफर में सिर्फ गाड़ी की रफ्तार नहीं, चालक की सतर्कता और विश्राम भी उतना ही जरूरी है। यात्रियों को चाहिए कि वे अपनी यात्रा से पहले बस सेवा और चालक की स्थिति के बारे में जानकारी लें, और प्रशासन को भी नियमों की कड़ाई से निगरानी करनी चाहिए।