कानपुर | 28 मई 2025:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 30 मई को कानपुर आगमन से पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को जनसभा स्थल का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (CSA) परिसर में प्रस्तावित इस सभा में प्रधानमंत्री तीन प्रमुख थर्मल पावर परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।
सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक क्षण होगा।
ये तीन प्रमुख पावर प्लांट्स होंगे शामिल:
🔹 खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्लांट
• स्थान: बुलंदशहर
• क्षमता: 1320 मेगावाट
• कंपनी: THDC इंडिया लिमिटेड
🔹 ओबरा थर्मल पावर स्टेशन
• स्थान: सोनभद्र
• क्षमता: 1660 मेगावाट
• कंपनी: यूपी राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड
🔹 जवाहरपुर थर्मल पावर स्टेशन
• स्थान: एटा
• क्षमता: 1320 मेगावाट
• कंपनी: JUVNL
सीएम योगी ने कहा कि इन पांच यूनिटों के शुरू होने से प्रदेश की बिजली आपूर्ति में बड़ा सुधार होगा, जिससे आम जनमानस और उद्योगों दोनों को लाभ मिलेगा।
सुरक्षा से लेकर स्वच्छता तक, हर पहलू पर फोकस
मुख्यमंत्री ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि:
- सभा स्थल पर ट्रैफिक जाम न लगे, पार्किंग व्यवस्थित हो।
- स्वच्छता, पेयजल और शौचालय की उचित व्यवस्था रहे।
- जनप्रतिनिधि व अधिकारी 30 मई तक विशेष स्वच्छता अभियान चलाएं।
- तिरंगा यात्रा राष्ट्रीयता के भाव के साथ निकाली जाए।
सुरक्षा में कोई चूक नहीं:
कानपुर पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने सुरक्षा योजना का प्रस्तुतीकरण किया। मुख्यमंत्री ने एंटी-ड्रोन तकनीक, फायर सेफ्टी, इमरजेंसी प्लान और एसपीजी, एनएसजी व आईबी के साथ तालमेल को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
मेट्रो का प्रचार भी एजेंडे में
मुख्यमंत्री ने कानपुर मेट्रो के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे श्रमिकों, छात्रों और अन्य नागरिकों के लिए फ्री मेट्रो राइड इवेंट आयोजित करें ताकि मेट्रो को जनसाधारण के बीच लोकप्रिय बनाया जा सके।
समीक्षा बैठक में मौजूद रहे कई प्रमुख चेहरे
बैठक में सांसद देवेंद्र सिंह भोले, महापौर प्रमिला पांडेय, विधायक नीलिमा कटियार, सुरेंद्र मैथानी, राहुल बच्चा सोनकर, मंडलायुक्त के. विजयेंद्र पंडियन, एडीजी आलोक सिंह, डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
यह कार्यक्रम न सिर्फ कानपुर, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए ऊर्जा, विकास और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बनने जा रहा है।